काव्य रंगोली

"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।

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प्रिया सिंह

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मैं बेवकूफ़ था जिन्दगी में मुझे छल नहीं आया तकलीफें बहुत आईं पर उसका हल नहीं आया मैं लड़ता था अपने मुक़द्दर से आज के लिए  मेरे जीवन में तब भी ख...

कालिका प्रसाद सेमवाल मानस सदन अपर बाजार रूद्रप्रयाग उत्तराखंड

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हे मां जगदम्बा दया करो ******************** हे मां जगदम्बा दया करो, हमें सत्य की राह बताओ, कभी किसी को सताये नहीं, ऐसी सुमति हमें देना मां। ...

कालिका प्रसाद सेमवाल मानस सदन अपर बाजार रूद्रप्रयाग उत्तराखंड

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🙏हे मां भवानी🙏 ******************* हे मां भवानी ज्ञान की अवतार है, ऋद्धि, सिद्धि, बुद्धि की देवी, हम पर कृपा करना मां। हे मां भवानी तेरी ह...

सुनील कुमार गुप्ता

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कविता:-        *"कर लो गुज़ारा"* "विपत्ति का समय साथी, रखो धैर्य- कर लो गुज़ारा। मत निकलो घर से,  रह कर घर में- कर लो गुज़ारा। म...

सत्यप्रकाश पाण्डेय

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पूर्ण करो............... संकट आन पडों है कृष्णा अब हर व्यक्ति है भयभीत कृपा करो हे बृज ठकुरानी या संकट से हम जायें जीत मिलें अनुग्रह युगलछवि...

सत्यप्रकाश पाण्डेय

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आ गई मां................ असुर मर्दनी मंगल करनी सन्तजनों के संकट हरनी जीवन रक्षक दुख भंजक अपने भक्तों की  संरक्षक मोहमाया से अलिप्त हिय वात्स...

सुरेंद्र सैनी बवानीवाल "उड़ता " झज्जर (हरियाणा

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होता नहीं अमीर....  खाली हाथ ही रहे,  बदली नहीं लकीर.  दुआ देता रह गया,  राह चलता फ़क़ीर.  कैसे होगा आगे बसर,  नैनों से गिरता नीर.  इंतज़ार में...

डॉ० धारा बल्लभ पांडेय 'आलोक'  अल्मोड़ा, उत्तराखंड ।

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‌ विषय - देवी स्तुति  विधा - शिखरिणी छंद न जानूं मैं माता, नमन तव पूजा सुमिरना। न जानूं मैं मुद्रा, कथन भव बाधा विधि मना।  न जानूं मैं तेरा,...

जया मोहन प्रयागराज

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लघुकथा मदद शीनू का मकान बन रहा था।उसे यह देख करआश्चर्य होता कि महिला मज़दूर सिर पर एक साथ बारह ईट रख कर तिमंजिले तक पहुचाती है। उसने देखा एक ...

आचार्य गोपाल जी बरबीघा शेखपुरा बिहार

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सीताराम सीताराम , सीताराम कहिए जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए मुख में मास्क तेरे, ग्लब्स तेरे हाथ में,  दूरी बनाकर रखना, अपनों के साथ में, ...

कैलाश सोनी उर्फ सोनू कामा भरतपुर राजस्थान 

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चीख रही दीवारें सारी रोता कोना-कोना है हाहाकार मचा धरा पर हे प्रभु क्या होना है सन्नाटा सा पसर गया है गली मोहल्ला सड़कों पर क्या अब भी विश्व...

बाबू लाल शर्मा *विज्ञ* बौहरा - सिकंदरा, दौसा, राजस्थान,

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काव्य रंगोली काव्योत्सव २०७७  प्रतियोगिता हेतु रचना... आ. दादा अनिल गर्ग जी🙏 विधा.. छंद गीत १६ मात्रिक रचना कार.... बाबू लाल शर्मा बौहरा सि...

राजेंद्र रायपुरी

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😌 है हाथ जोड़ विनती यारो 😌 बाज़ार      गर्म     अफ़वाहों   का, है    बाॅ॑ध   सब्र  का   तोड़    रहा। संकल्प   लिया   था    हमने   जो, जन  ...

डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

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"लग रहा कोरोना आज भयानक" कई दिनोँ से यही सुन रहा कोरोना का पैर पसर रहा  चला चीन से इटली पहुँचा अबतो वह सर्वत्र फल रहा। अपने को विष...

कुमार नमन  लखीमपुर-खीरी

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ये विश्व युद्ध लड़ना होगा! शत्रु सामने खड़ा देखिए,  हैं विकराल रूप धर कर। ये महा युद्ध हमको सबको, घर मे रहकर लड़ना होगा। न शस्त्र काम कुछ आएंगे...

गीता चौबे "गूँज"                राँची झारखंड

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कोरोना दोहे ********** डर कोरोना का यहाँ, फैल गया चहुँ ओर। ध्यान सजगता का रखें, मचा हुआ है शोर।। भयाक्रांत होना नहीं, करें शांति से काम। साव...

डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

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"संकल्प में समाधि की तलाश" आँसुओं से मधुर विश्व बनता रहे विश्व में आत्म का बोध होता रहे आत्म ही सत्यमय सच्चिदानंद है विश्व में सत्...

सुनीता असीम

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चोट दिल पे तेरे पड़ी होगी। जब रही हिज्र की घड़ी होगी। *** जिस वजह से अलग हुए हो तुम। बात बेहद रही बड़ी होगी। *** जो अंगूठी पहन चुकी है वो। व...

सुरेंद्र सैनी बवानीवाल  झज्जर, (हरियाणा

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कभी आओ तो सही....  वही प्यार लाओ तो सही.  तुमने वादा जो किया था,  कभी आओ तो सही.  वो एहसास फ़लक पर,  कहीं लाओ तो सही.  क्या गुजरा तेरे -मेरे ...

हलधर

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छंद -कोरोना आघात पर -------------------------------- चाल सारी थम गयी ,दुनियां ही जम गयी, सिंधु में थिरकती जो ,कस्तियाँ उजड़ गयी । पैग सैग टूट...

रेणु शर्मा  जयपुर  ( राजस्थान )

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बेटी  किस्मत वाले है वह लोग जगत में,,, जिनके घर नन्ही सी जान रहे ।।   जिसकी प्यारी मुस्कान से,,,, जगत में प्रकाश रहे।। जिसके नन्हे कदमों से ...

कुमार कारनिक   (छाल, रायगढ़, छग)

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      *हार-जीत*  (मनहरण घनाक्षरी)  ^^^^^^^^^^^^^^^^ मान लो  तो  हार होगी, ठान लो तो जीत होगी, जीत के  अधिकारी हो,       फल तुम्हे मिलेगी। 💪...

डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

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"सच्चा योद्धा" एक योद्धा लड़ रहा है झूठ से,    सत्य की तलवार लेकर हाथमें., बढ़ रहा है युद्ध के मैदान में,    है अकेला न्यायध्वज बस स...

डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

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"मनचाहा साथ" साथ तुम्हारा वैसा ही है, वेगाने में मनचाहा., भाव अलौकिक देख रहा हूँ, अनजाने में मनचाहा., लगत परायापन मिथ्या जिमि, देख...

भरत नायक "बाबूजी" लोहरसिंह, रायगढ़(छ.ग.)

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*"माँ कुष्मांडा"*(कुणडलिया छंद) •••••••••••••••••••••••••••••••••• *पावन रूप चतुर्थ है, कुष्मांडा शुभ नाम। आधि-व्याधि से मुक्ति दे...
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