काव्य रंगोली

"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।

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श्रीकांत त्रिवेदी

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स्वातंत्र्य दिवस का पावन दिन, हमसे यह कहता रहता है। संयम,अनुशासन बिन मेरा, अस्तित्व अधूरा रहता  है ।।   मै भारत राष्ट्र पुरातन हूं , चिर नूत...

गौरव सिंह घाणेराव

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 भारत की जान   न हिन्दू,न मुसलमान हूँ, मैं तो बस इंसान हूँ। इस अच्छे और सच्चे देश मेंरे भारत का अभिमान हूँ। स्वतंत्र भारत में रहने वाला मैं ...

रश्मि लता मिश्रा

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मैं हिंदुस्तानी   हिंदुस्तान मेरी जान,  मेरी यही कहानी । फक्र मैं हिंदुस्तानी   फक्र मैं हिंदुस्तानी।   ऊँचे पर्वत गहरी नदियाँ बल खाता सागर ...

अभिजित त्रिपाठी

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कहानी- पोस्ट ऑफिस   आज राजीव जी पोस्ट ऑफिस में ठंढ से कांपते हुए बैठे हैं। जनवरी का महीना चल रहा है और ठंढ बहुत ज्यादा पड़ रही है। आमतौर पर ...

विशाल चतुर्वेदी उमेश

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शहीद होकर भी कभी ना मिटने दिया ।  हिन्दुस्तान की शान को ना झुकने दिया ।  हमेशा चलें शेरों की तरह ,  अपनी एक दहाड़ से दुश्मन को ना टिकने ने दि...

ए.आर.साहिल

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कहीं आग तो कहीं धुआँ है   मैं जब भी…. अपने शहर, अपने देश, अपने वतन, अपने प्यारे वतन हिंदुस्तान को देखता हूँ, तो मेरे जहन में एक ही सवाल आता ...

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

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हे भारत माता  ----------------- हे भारत माता तेरा अभिनन्दन  तेरी मिट्टी का कण-कण चन्दन    चाहूँ तेरे चप्पे-चप्पे में हो उजियारा  दूध-दही की ...

विजय मेंहदी

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ऐ  मेरे वतन के लोगों,                       तुम खूब लगा लो नारा  ये प्रण होगा हम सब का,                    चीनी सामान से करें किनारा यह मत भ...

राजहंस मिश्र

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हे मातृ तुल्य,हे सर्वश्रेष्ठ,  हे राष्ट्र तुम्हारी जय होवे। हम जीवन का क्षण-क्षण दें दें न कभी तुम्हारी क्षय होवे।।   हे मातृ भूमि, हे पूज्य...

दीपा परिहार दीप्ति

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तिरंगा राष्ट्र का तो मान है| वतन पर मर मिटा जाना शान है |   सपूतों की बदौलत पाया इसे ये मातृभूमि वीरों की खान है |   करो या फिर मरो नारा दिय...

अतुल पाठक धैर्य

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मना रहे स्वतंत्रता दिवस  ______________________   मना रहे स्वतंत्रता दिवस हम खुश हो झंडा फहराते हैं, याद शहीदों की कर-कर के गीत ख़ुशी के गाते...

विभा रानी श्रीवास्तव

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स्व स्वतंत्रता : एक दृष्टिकोण   शाखें कट भी गईं तो ठूंठ से कोपल निकलते देखा है, हाँ! अपने देश में दमन-दलदल से भी संभलते देखा है।   समकोटीय य...

सविता मिश्रा

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कहीं रेगिस्तान है, तो कहीं पठार, कहीं धूप है, तो कहीं छांव l1l   अतिथि देवो भवः है परम्परा , निभाते भी है हम अपनी परम्परा l2l   गौतम, नानक, ...

आलोक कुमार यादव

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गर्व मुझे अपनी धरती पर, सबसे प्यारा हिंदुस्तान। मातृभूमि की रक्षा के हित, जीवन हो जाए बलिदान।।   जीवन हो जाए बलिदान, बाकी न रहे कोई भी ग़म। व...

श्री बी. एन . केपटन

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सुन्दर प्यारा देश हमारा  लगता है, हम सब प्यारा  सुन्दर .................    सत्य, अहिंसा, अमन चैन का घर घर मे , गूनजे यह नारा।  सुन्दर.........

मदन मोहन शर्मा सजल

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स्वतंत्रता की बलिवेदी पर जिसने भी जान गंवाई है अंग्रेजी शासन से मुक्ति हर भारतवासी पाई है।   राजा और महाराजाओं सबने जम कर लूटा जनता को, अंग्...

प्रदीप बहराइची

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वीरों की हर सांस में,  है वफा एहसास में।    पूरा अपना ख्वाब हुआ,  देश जब आजाद हुआ।  सारी खुशियां मिल गईं,  जब तिरंगा हाथ हुआ।  स्वप्न सलोने ...

रीतु प्रज्ञा

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आजादी हमको प्यारी, वतन आसमाँ न्यारी, जंजीर तोड़ते चले, गीत गाते मान में।   नवीन विचार रचे, घृणित कार्य से बचे, खुशबू उड़ाए हम, झूमे झंडा शान म...

अलताफ हुसैन बेलिम

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इक उम्र गुजार चुका हूँ बाक़ी उम्र मुझे गुजारने दो जो मुझसे गुस्ताखियां हुई थी अब उन्हे सुधारने दो   🌱🌹🌱🌹🌱🌹🌱🌹   रुख़सत ए जहाँ तो मुझको ...

राजेंद्र रायपुरी

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 ये है हिंदुस्तान हमारा    ये है हिंदुस्तान हमारा,ये है हिंदुस्तान।  ये है हिंदुस्तान हमारा,ये है हिंदुस्तान।   जहाॅ॑ पे जन्मे राम-कृष्ण अरु...

कुमार निर्दोष

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मेरे मर जाने पे तुम जन गण मन राग बजा देना  अगर शहीद में हो जाऊँ तिरंगे का कफन उढ़ा देना   भारत माँ का मैं बेटा हूँ हर्गिज ना घबराऊँगा सीने प...

एस के कपूर श्री हंस

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नमन है उन शहीदों को जो, देश पर कुरबान हो गए। वतन के लिए देकर जान, वो बेजुबान हो गए ।। उनके प्राणों की कीमत से, ही सुरक्षित है देश हमारा। उठ ...

प्रीति शर्मा असीम

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भारत........                मेरा है।   सत्य सनातन, वेद आधारित, कण -कण,  जिस का, पारस है।   वो भारत....         मेरा है।   परम संस्कृत, सहृदय...

सीताराम राय सरल 

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भारत माता तुझे प्रणाम  शहीदों को शत शत है सलाम    था परतन्त्र देश सदियों से  सह रहा था जुल्म पराये  लूट लिया सब कुछ हमसे  कहने पर कोडे बरसाय...

नीमा शर्मा हँसमुख

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जिसके होने से मुक्मल सारा जहाँ शीश झुकाता है हिन्दुस्ता । तिरंगा हाथ में लेकर खड़ी है भारत माँ ॥   भारत माँ तेरे प्यार में वारी जाऊं मै । दि...
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