काव्य रंगोली

"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।

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डॉ0 हरि नाथ मिश्र

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*गीत*(भ्रमर-16/14) बेमौसम घेरे हैं बादल, गरजें देखो घहर-घहर। हवा है बहती सर-सर,सर-सर, पानी बरसे झर-झर-झर। छोड़ कली को भागो झट-पट- मेरे प्यारे...

डॉ0 हरि नाथ मिश्र

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सजल मात्रा भार-16 इस भारत भू पर आस जगा, अपना इसपर विश्वास जगा।।   मातृ-भूमि की सेवा के प्रति, मन में अपने उल्लास जगा।।   त्याग और बलिदान लक्...

डॉ० रामबली मिश्र

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*मंत्र फूँक माँ...*   सिद्धिदायिनी शुभ फल दानी। विनय प्रदात्री महान ज्ञानी।।   लोकातीत मूल्य संवाहक। विद्या महा अनंत सुनायक।।   परम रूपसी प्...

रवि रश्मि अनुभूति

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  छठ पूजा  ************ अर्चन करें सूर्य देव का , स्वस्थ जीवन पाने को । करते सभी हम नमन उसको , सभी आओ छठ मनाने को ।।   हो समर्पित ध्यान धरें...

वैष्णवी पारसे

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दिल में उठे सवाल, खुबसूरत से ख्याल, आया एक पल ऐसा, हो गई दिवानी मैं।     उसमे ही खोई खोई , हरपल रहती हूं , मोह भरी दुनिया से ,हो गई बेगानी म...

डॉ०रामबली मिश्र

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*चतुष्पदियाँ*   करो मदद जितना हो संभव, मत समझो कुछ यहाँ असंभव; खोजो सत्कर्मों का उद्भव। बन जाये अति सुंदर यह भव।।   अति मोहक प्रतिमा बन चलना...

डॉ0 हरि नाथ मिश्र

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सजल(मात्रा भार-16) बाग एक गुलज़ार चाहिए, जिसमें रहे बहार चाहिए।।   कभी न रूखा होए जीवन, एक अदद बस प्यार चाहिए।।   आपस में बस रहे एकता, ऐसा ही...

डॉ०रामबली मिश्र

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*तिकोनिया छंद*   करो कहो मत, यह है ताकत। दुनिया सहमत।।   मुँह को खोलो, सुंदर बोलो। साथ ले चलो।।   प्रीति निभाओ, सेज सजाओ। पर्व मनाओ।।   अति ...

डॉ0 निर्मला शर्मा

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दीप और पतंगा   दीपक और पतंगे की है अजब कहानी दीपक पर मर मिटने की पतंगे ने ठानी निस्वार्थ प्रेम करे है दीप से पतंगा मंडराता चहुँ ओर मद मस्त स...

डॉ0 हरि नाथ मिश्र

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*पंचम चरण*(श्रीरामचरितबखान)-26 मुक्त करउँ सरनागत-पापी। कोटिक जनम अघी-संतापी।।      कपटी-कुटिल-छली नहिं पावैं।      निरछल-निरमल मन मोंहिं भाव...

कालिका प्रसाद सेमवाल

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*हे मां शारदे* ****************** विद्या की देवी मां शारदे, नित तेरी आराधना करु, ऐसी मुझे विमल मति दे मां गौ, गंगा की मैं नित सेवा करु, मुझे...

डॉ०रामबली मिश्र

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*संशोधन*  *(दोहा)*   कर्म करो चलते रहो,देख कर्म का रूप। मूल्यांकन करते रहो, दो अति सहज स्वरूप।।   क्रिया हेतु कोशिश करो, गलती खोजो नित्य। सत...

राजेंद्र रायपुरी

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😊😊 सुबह-सुबह 😊😊   सुबह -सुबह उठकर करो,                  प्रभु को प्रथम प्रणाम। माॅ॑गो प्रभु से वर यही,                     पूरे हों सब क...

नूतन लाल साहू

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मेहनत   मेहनत अगर आदत बन जाए तो कामयाबी मुकद्दर बन जाती हैं दिन कितने रात भी कितनी तेरी बीती होगी चिंतन में तय करना होगा जिससे कि होगी सम्मु...

एस के कपूर श्री हंस

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*रचना शीर्षक।।* *मनुष्य के कर्मों से ही मनुष्य* *के जीवन का निर्माण होता* *है।।*   कोई दलील चलती नहीं है प्रभु की अदालत में। झूठी गवाही कोई ...

आचार्य गोपाल जी

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 अक्षय नवमी की शुभकामनाएं   अक्षय आंवला के नाम से , कार्तिक नौमी तिथि को जान । आंवला वृक्ष पूजन रक्षण कर,  करें प्रकृति का सब सम्मान । पालक ...

एस के कपूर श्री हंस

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*आज का विषय।।मित्र/मित्रता।।* *रचना शीर्षक।।कोशिश करो कि* *जिन्दगी हमारी अपनी मित्र* *बन जाये।।*   मुस्करा कर ही जीना तुम इस जिंदगानी में। म...

निशा अतुल्य

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राधे राधे  🙏🏻😊   भज मन गोविंद गोविंद हरे मुरारी  ज्ञान और शिक्षा दे दो हमें सारी । प्रज्ञा बढ़ाओ गोविंद मुरारी ।   बन जायेगा तू मीरा तभी स...

डॉ0 हरि नाथ मिश्र

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*पंचम चरण*(श्रीरामचरितबखान)-25 अस कहि तुरतै चला बिभीषन। त्यागि लंकपुर तन-मन-हिय सन।।        संत-अवग्या काल समाना।        सुख-सम्पति अरु उमिर...

डॉ०रामबली मिश्र

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*धर्म*            *(चौपाई)* लो संकल्प मनुज बनने का। दीनों की सेवा करने का।।   अंतस में करुणा रस भर लो। दुःखियों का मन शीतल कर दो।।   सहानुभू...

राजेंद्र रायपुरी

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😌 सपने में मत खोए रहना 😌   सभी युवाओं से है कहना।   सपने में मत खोए रहना।     पूरे अगर नहीं हों सपने,       भारी दुख पड़ता है सहना।   सपने...

नूतन लाल साहू

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सत्संग से मिलता है ज्ञान   आत्मा भी अंदर है परमात्मा भी अंदर है और उस परमात्मा से मिलने का  रास्ता भी अंदर है तेरा निर्मल रूप अनूप है नहीं ह...

डॉ निर्मला शर्मा

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छठ पूजा    हे छठ महामाई तुम्हें प्रणाम  करती सब के पूरे काम  निर्जला व्रत में करुँ तुम्हारा  नाम जपु माँ बारंबारा  करो कृपा माँ विनती जान  ब...

सुनीता असीम

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शमा जली है जो मन्दिर की बंदगी जागी। मिला खुदा का बसेरा तो ज़िन्दगी जागी। ****** जो मैल मन को लगा भावना बुरी जागे। कि स्वच्छता को हटाया तो गन...

डॉ० रामबली मिश्र

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*प्यार* प्यार करके भले ही मर जायेंगे, इसे कभी भी नहीं भूल पायेंगे।   भले ही इकतरफा ही सही है सही, जिंदगी को दांव पर हम लगायेंगे।   मरना सभी ...
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