अर्चना द्विवेदी।।  अयोध्या उत्तरप्रदेश बेटी दिवस कविता कलियाँ उपवन में महफूज़ न हो अगर,

अर्चना द्विवेदी।।
 अयोध्या उत्तरप्रदेश


बेटी दिवस कविता


कलियाँ उपवन में महफूज़ न हो अगर,
बागबां का गुलिस्तां उजड़ जाएगा।।


हर कली मुस्कुराये वो अवसर तो दो,
आसमाँ से फरिश्ता उतर आएगा।।


रब की रहमत बरसती रहेगी सदा,
बेटी-बेटो में अंतर न रह जायेगा।।


बेटियाँ चाँद सूरज सी चमकेंगी जब,
स्वर्ग आकर धरा पर ही बस जाएगा।।


सर पे आँचल न हो भाल सूना लगे,
माँ,बहन,बेटी किसको तू कह पायेगा।।


मां का पूजन करो बेटी इज्जत बने,
देव मंदिर सा घर ये संवर जाएगा।।
                                                  ।।अर्चना द्विवेदी।।
 अयोध्या उत्तरप्रदेश


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