सुनीता असीम मुक्तक

मुक्तक
गुरूवार
२३/१/२०२०


कभी मत प्यार की करना तिजारत तुम।
करो ऐसा तो करना मत शिकायत तुम।
खुदा सी पाक होती है मुहब्बत ये-
कभी इससे नहीं करना हिकारत तुम।
***
सुनीता असीम


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