डा0विद्यासागर मिश्र
सीतापुर उ0प्र0
माँ शारदे की आराधना
वीणापाणी शारदे माँ विनती हमारी याक,
शीश पर हाथ मेरे धरि दुलराय लेउ।
ज्ञान का भंडार खूब दिहेव सूर तुलसी का,
थ्वारा ज्ञान देने हेतु हमका बोलाय लेउ।
नजरि घुमावा जैसे मीरा व कबीरा पर,
वैसे ही नजरि मातु हमपे घुमाय लेउ।
करौ न अबेर अब पीठ पर हाथ फेरो,
हमका भी निज चरनन मा बिठाय लेउ।।
रचनाकार
डा0विद्यासागर मिश्र
सीतापुर उ0प्र0
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