एस के कपूर श्री हंस* *बरेली*

*विविध हाइकु।।।।।*


तेरा ये रोना
मन के दर्द धोना
बन तू सोना


चाहे न गम
ये दिल मांगे मोर
चाहे न कम


डायरी पन्ना
सुख दुःख तमन्ना
यह रवन्ना


कोयला साथ
कालिख भी लायेगा
जलाये हाथ


पाँव में छाले
मेहनत     मजूरी
खाने के लाले


ये अदाकारी
बाहर का ये चूना
न वफ़ादारी


वक़्त बदले
चेहरे     पलटते
रिश्ते छलके


आराम नहीं
काम में लो आनन्द
थकान नहीं


*रचयिता।एस के कपूर*
*श्री हंस।बरेली।*
मो    9897071046
        8218685464


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