*बुनियाद का आधार।।।।*
*।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।*
नींव का पत्थर कभी
नज़र आता नहीं है।
शीर्ष की शिला को ही
सराहा जाता वहीं है।।
कभी न भूलना चाहिए
बुनियाद के महत्व को।
इसी पर तो हर मकां
आधार पाता यहीं है।।
*रचयिता।।।एस के कपूर*
*श्री हंस।।।।।बरेली।।।।।*
मोब 9897071046।।
8218685464।।।।।।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अखिल विश्व काव्यरंगोली परिवार में आप का स्वागत है सीधे जुड़ने हेतु सम्पर्क करें 9919256950, 9450433511