कालिका प्रसाद सेमवाल मानस सदन अपर बाजार रूद्रप्रयाग उत्तराखंड

🎍🌷दोहे🌷🎍
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मानव धन का दास है,
धन न किसी का दास।
जो समझा इस राज को,
वही प्रभु  का  खास।
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यौवन जाता देख कर,
मन में   उठे   विचार।
जीवन में कुछ कर चलो,
होगा   बेड़ा   पार।।
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बात - बात  में बात हो,
अगले क्षण हो विवाद।
सब बातों का एक हल,
मौन    रहो  निर्विवाद।।
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कथनी करनी एक सी,
जिस दिन होगी  जीव।
धरती पर आनन्द की,
वृष्टि   होगी  अतीव।।
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पाती है जब आत्मा ,
सन्तो   का  सत्संग।
तब आता सद् आचरण,
बदल जायें  सब रंग।।
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कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग उत्तराखंड


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