आचार्य गोपाल जी बरबीघा शेखपुरा बिहार

सीताराम सीताराम , सीताराम कहिए
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए


मुख में मास्क तेरे, ग्लब्स तेरे हाथ में,
 दूरी बनाकर रखना, अपनों के साथ में,
 साबुन से बार-बार, हाथ धोते रहिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए ।
सीताराम सीताराम, सीताराम कहिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए ।।


किया जो गुमान तो फिर, जान तेरा जाएगा,
तू तो प्यारे जाएगा ही, सबको लेकर जाएगा,
मन को तू बांध प्यारे, बाहर ना निकलिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए,
सीताराम सीताराम, सीताराम कहिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए ।।


जिंदगी की डोर देखो, है तेरे हाथ में,
चाहे चटकाओ इसको, या रखो पास में,
घर में रहो निर्विवाद, राजनीति ना करिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए,
सीताराम सीताराम, सीताराम कहिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए ।।


नाता रख अकेले से, दूजा नाता तोड़ दे,
दूरी रख सबसे तू, जिद्द अपनी छोड़ दे,
घर में ही अपना काम, आप करते रहिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए,
सीताराम सीताराम, सीताराम कहिए,
जब तक कोरोना है, घर ही में रहिए,



आचार्य गोपाल जी 
प्लस टू उच्च विद्यालय बरबीघा शेखपुरा बिहार


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