23 मार्च शहीदी दिवस
याद करता हूँ जब देश के सपूतों को तो,
राणा, भामा, शिवा जी का त्याग लिखता हूँ मैं।
भगत व राजगुरु और सुखदेव जी का,
क्रांतिकारी प्रेरणा का राग लिखता हूँ मैं।
सराबोर रक्त से हुई थी धरती जहाँ की,
वहाँ पर जलियांवाला बाग लिखता हूँ में।
डायर को फायर से मारा उधमसिंह ने था,
उसके ह्रदय में भरी आग लिखता हूँ में।
रचनाकार
डॉ0 विद्यासागर मिश्र
सीतापुर/लखनऊ
उत्तर प्रदेश
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