डॉ0हरि नाथ मिश्र

कोरोना-दोहे
कोरोना के जाल में,फँसा सकल संसार।
मुक्ति मिलेगी किस तरह,दिखे नहीं आसार।।


खाँसी-सर्दी साथ ले,जब भी चढ़े बुख़ार।
ढँककर मुख को जाइए, किसी चिकित्सक-द्वार।।


सादा भोजन कीजिए, कर प्रक्षालन हाथ।
अभिवादन भी कीजिए, जोड़े कर दो साथ।।


साफ-सफाई ही दवा,कोरोना संपूर्ण।
संभव हो सेवन करें,तुलसी-अदरक-चूर्ण।।


नहीं एकत्रित होइए,भारी संख्या संग।
छुआछूत का रोग यह,नहीं करेगा तंग।।


चला चीन से वायरस,पहुँचा थाईलैंड।
अमरीका में छा गया,बचा नहीं इंग्लैंड।।


अति घातक इस रोग की,त्वरित करें उपचार।
दे निवास-परिवेश को,शुद्ध पवन-संचार।।
                   डॉ0हरि नाथ मिश्र
                   9919446372


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