संजय जैन (मुम्बई ) 

*मुस्कराते रहो*
विधा: गीत


जिन्दगी में सदा, 
मुस्कराते रहो।
फासले कम करो, 
दिल मिलते रहो।
जिन्दगी में सदा, 
मुस्कराते रहो..….।।


दर्द कैसा भी हो, 
आँख नम ना करो।
रात कली सही,
कोई गम न करो।
एक सितारा बनो, 
जग मगाते रहो।
फासले कम करो, 
दिल मिलते रहो।।
जिन्दगी में सदा, 
मुस्कराते रहो..….।।


जिन्दगी में सदा,
मुस्कराते रहो।
बाँटना है अगर,
बाँट लो हर खुशी।
गम ना जाहिर करो, 
तुम किसी से कभी।
दिल गहराई में,
गम छुपाते चलो।
फासले कम करो, 
दिल मिलते रहो।।
जिन्दगी में सदा, 
मुस्कराते रहो..….।।


आसू अनमोल है, 
खो न देना कही।
इनकी हर बूंद है,
मोतियों सी हंसी।
इन को हर आँख से,
तुम चुराते रहो।
फासले कम करो, 
दिल मिलते रहो।।
जिन्दगी में सदा 
मुस्कराते रहो....।।


जय जिनेन्द्र देव की, आप सभी स्वस्थ्य और प्रसन्न रहे 
संजय जैन (मुम्बई ) 
31/03/2020


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