भोजपुरी निर्गुण – माया मे लोभाई |
नईहर के छोड़ी आइलू ससुरा के घर मे |
माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम |
झूठ साँच बोली पपवा बसवलु अपना मन मे |
सोन पिंजरवा छोड़ी सुगना उड़ी जईहे गगन ये राम |
माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम |
पियावा के छोड़ी नेहिया लगवलु देवर ये राम |
जनिहे जे भेदवा सजना निकली न मूहवा बचन ये राम |
कईलु ना दान धरमवा जिनगी फसवलु भवर ये राम |
माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम |
जाई ससुरवा नरक मे डलिहे झर झर बहिहे नयन ये राम |
सास ससुरवा लतवा लगवलु ननद भसूरवा झाड़ू ये राम |
सजना से कईलू दगाबाजी मटिया मिलवलु जनम ये राम |
मुंहवा भजन ना कईलू गईलू न गोड़वा तीरथ ये राम |
परान जब निकसीहे मुंह से थर थर काँपी बदन ये राम |
लोगवा कहे सुना भाई भारती गुरुजी से नेहिया लगावा ये राम |
सद्गुरु करीहे पार भवरिया मिलिहे परमगति जनम ये राम |
माया लोभाई भुलइलू आपन सजन ये राम |
श्याम कुँवर भारती [राजभर]
कवि ,लेखक ,गीतकार ,समाजसेवी ,
मोब /वाहत्सप्प्स -9955509286
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अखिल विश्व काव्यरंगोली परिवार में आप का स्वागत है सीधे जुड़ने हेतु सम्पर्क करें 9919256950, 9450433511