श्याम कुँवर भारती (राजभर )  कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी

भोजपुरी होली -खेलब नहीं होली ये ननदी 
जबले चुकईहे नाही बदला देशवा 
हमरे सइया ये ननदी |
तबले  खेलब नाही होरी ,
येही ठइया ये ननदी |  
हमके गुमान सइया देशवा के जवान  |
जबले खेलिहे नाहीं खुनवा के होरी,
 तोहरो भइया ये ननदी |
तबले  खेलब नाही होरी|
बनाइके बन्दुकिया के रंग पिचकारी |
मारी दुशमनवा निकाली चितकारी |
आतंकियन के उखड़िहे जबले ,
सगरो बहिया ये ननदी |
तबले  खेलब नाही होरी |
बाड़े गबरू जवान ननदो मोर सइया |
देशवा के खातिर देले जान मोर सइया |
लागी गइल देशवा ,
हमरो नेहिया ये ननदी |
तबले  खेलब नाही होरी उनसे ,
येही ठइया ये ननदी |  
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
 कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी 
मोब।/व्हात्सप्प्स -9955509286


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