"विचारो से इस जीवन जग में,
लेता मानव संकल्प है।
शुभ संकल्पो संग ही जग में,
मिलता आदर्श विकल्प है।।
पवित्र विचारो संग साथी फिर,
ये जीवन चाहे अल्प है।
धूप-छाँव से जीवन में यहाँ,
पवित्रता ही एक विकल्प है।।
स्वार्थ संग जीवन-पथ पर जो,
मानव लेता संकल्प है।
मैं-ही-मैं होता जीवन संग,
हम का न कोई विकल्प है।।
सुनील कुमार गुप्ता
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