डॉ निर्मला शर्मा

राजाराम 


युगो युगो से विराजे ह्रदय में


 करते सबकी नैया जो पार 


कलयुग में फिर से लौटे हैं 


अवध के भाग्य खुले हैं आज 


शमन किया राक्षसों का डटकर  


 धरती को दिया शांति का उपहार 


मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर दिखलाया 


दुनिया को कल्याण का मार्ग 


वन, उपवन, नगरी ,देवालय 


सभी में गूंजे राम का नाम


 दशरथ सुत कौशल्या नंदन 


अवध पधारे सीताराम


 लड़ी लड़ाई लंबी हर युग में 


 किया विश्व में न्याय का संधान


 दीप जलाओ मंगल गाओ 


अवध में आए राजा राम 


तर्क वितर्क की लंका ढह गई 


मिला राम को कानूनी अधिकार 


परम ब्रह्म वो अगम अगोचर


 हर मन में उनका आधार 


प्राणी मात्र की सांसो में बसे हैं 


रघुपति राघव राजा राम 


डॉ निर्मला शर्मा


 दौसा राजस्थान


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