मात-पिता अरु पूर्वज पूजो
मात-पिता अरु पूर्वज पूजो।
इन्हें छोड़कर देख न दूजो।।
ये निवास धाम ईश्वर के।
ये प्रतिनिधि हैं परमेश्वर के।।
इनपर ध्यान लगाये रहना।
आदर्शों पर इनके चलना।।
आदर्शों के यही रचयिता।
माता-पिता पितामह प्रपिता ।।
आत्मा इनकी अजर-अमर है।
वंशज के अति प्रिय सहचर हैं।।
पितृ पक्ष में पिण्डदान कर।
गंगा तट पर बैठ स्नान कर।।
पितृ पक्ष पितरों का दिन है।
अति हितकारी शुभद सुदिन है।।
यह अति पावन मधु श्रद्धास्पद।
सदा सनातन दिव्य निररापद।।
श्रद्धा अरु विश्वास दिवस यह ।
पूर्वज का अहसास दिवस यह।।
करो श्राद्ध पितरों का नियमित ।
जीना सीखो सहज संयमित।।
जिनमें श्रद्धा पितरों के प्रति।
उनसे पूर्वज की शुभ सहमति।।
डॉ0 रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801
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