डॉ0 हरि नाथ मिश्र

 युवा-पुकार

कहते सभी युवा भारत के,

नहीं शस्त्र-तलवार चाहिए।

शिक्षा-स्वास्थ्य-सुरक्षा जो दे-

बस ऐसी सरकार चाहिए।।


मिले हमें अवसर भी पढ़-लिख,

समुचित सेवा भी करने का।

करें सभी जनता की सेवा,

सम्मान राष्ट्र का रखने का।

श्रम जो करें मिले फल उसका-

नहीं तर्क-तकरार चाहिए।।

    बस ऐसी सरकार चाहिए।।


संसद और सभा के प्रतिनिधि,

युवा-युवतियाँ भी बन जाएँ।

सभी घिनौनी चाल सियासी,

पर अंकुश मिल सभी लगाएँ।

करें विमल हम पटल सियासी-

ऐसा ही अधिकार चाहिए।।

      बस ऐसी सरकार चाहिए।।


जनता में विष-बेल जाति की,

बो न हमें है चाहत मत की।

भेद-भाव का बीज डालकर,

फसल भी काटें सियासत की।

करें न दूषित शासन हम सब-

 हमें शुद्ध संचार चाहिए।।

      बस ऐसी सरकार चाहिए।।


समुचित-सुंदर-स्वस्थ व्यवस्था,

है उद्देश्य निराला अपना।

संस्कृति अपनी पुरा काल की,

हो पुनि पुष्पित आला सपना।

ज्ञान और विज्ञान-कला का-

विकसित एक विचार चाहिए।।

    बस ऐसी सरकार चाहिए।।


संकट में भी हम सब मिलकर,

लड़ें लड़ाई धीरज रखकर।

असहायों की करें मदद हम,

सदा सहायक- सेवक बनकर।

हानि-लाभ की रहे न चिंता-

धवल यही संस्कार चाहिए।।

     बस ऐसी सरकार चाहिए।।

                ©डॉ0हरि नाथ मिश्र

                    9919446372

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