प्यार के गीत गाके देख लिया।
दिल भी उनपे लुटाके देख लिया।
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जिन्दगी भर बुरा कहा जिनको।
उनको अपना बनाके देख लिया।
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मानता वो नहीं मनाने से।
खूब हमने मनाके देख लिया।
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दिल्लगी कब तलक सही जाती।
दिल को उनका बनाके देख लिया।
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फर्क उनपे पड़ा नहीं कुछ भी।
हमने जी को जलाके देख लिया।
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सुनीता असीम
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