नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर

तारीख तरक्की का इंसान

सयंम संकल्प साहस शक्ति
अरमंनो का आसमान।।
संघर्षों में तपता  निखरता
राह नही आसान ।।               

ख्वाब चाहत मुकाम वक्त की कसौटी का शुरखुरु इंसान।।।                हिम्मत हौसलों का जांबाज 
जहाँ  अलग अंदाज इंसान ।।
लाख मुश्किल चुनौतियों को
कर देता खाक फौलाद इंसान।।

मकसद मंजिल हसरत
की हस्ती की मस्ती का
मुसाफिर तन्हा ही तारीख 
की पहचान नाम।।
आम इंसान के हुजूम में
 खास जिंदगी पहचान।।
तमाम इम्तेहां से गुजरते
जिंदगी जंग फतह का
वाहिद नाम।।
इंसानियत ईमान का
इंसान मुकाम तमाम का
मुसाफिर जहाँ का नाज़।।                                     

भीड़ में अकेला जहां की उम्मीदो यकीन  इंसान।।
निराश हताश नही चाहे कितने
आये मकसद की राहों में तूफान।।थकना हारना जानता ही नही
करता नही आराम।।
नफरत की दुनियां से अंजान
इंसानियत का रौशन चिराग।।
फर्श से अर्श का सफर 
मजबूत इरादों का अंगार।।
चलना गिरना और संभलना
जमीं से आसमान की  बुलन्दिया
पैगाम।।
तकदीर भी मर्जी की इबादत
इबारत मंजिलों की शान।।

नांदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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