नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर

नैतिकता-----

चकाचौंध भौतिकता है
नैतिकता स्वच्छ मन बुद्धि की नियत 
नैतिकता जीवन का मौलिक मूल्य
नैतिकता का ही अनमोल जीवन।।

नैतिकता ताकत है नैतिकता 
मानव को मानवता विरासत 
नैतिकता की नीति नियत से 
भुवन यह आलोकित ।।

थक जाना हार जाना निराशा
बेवस लाचारी भौतिकता के
चका चौध की बीमारी ।।

भौतिकता में परतन्त्र पुरुषार्थ
भौतिकता की लोलुपता दीमक
खोखला कर देती व्यक्तित्व 
बैभव विराट।।

छंट जाएगा अंधेरा सूरज का
निकलना नितांत सिद्धान्त विधान 
सूरज का भी अंधेरो के बाद ही अस्तित्व है।

नैतिकता मूल्यों के मानव
जीवन मे ईश्वर इच्छा और परीक्षा नैतिकता दृढ़ता परिणाम ।।

नही टुटता नही विखरती नैतिकता
सच्चाई भौतिकता की चकाचौंध में
दिखती आडम्बर की परछाई।।

निराश नही होती नैतिकता
नैतिकता का ह्रास नही
नैतिकता संघषों की नीयत होती
कभी परास्त नही।।

शत्रु हो जाये जो भी युग में चिंता परवाह नही निष्छल निर्मल निर्विकार
नैतिकता जीवन मौलिक मूल्य
प्रवाह।।

नैतिकता कपोल कल्पना नही
नैतिकता विडम्बना नही 
नैतिकता निष्काम कर्म धर्म
जीवन संसार।।


नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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