डॉ अर्चना प्रकाश

-;  नई सुबह -;
    नई सुबह फिर आये गी ,
    आशा की किरणें लायेगी ।
           सूरज नया उगाने को ,
           सबको साथ मिलने को ।
           सब पर खुशियां बरसाने को
      नई सुबह फिर आएगी ,
      आशा की किरणें लाएगी ।
      हर दुआ दे रही कॅरोना को मात,
       हर निशा लाती स्वर्णिम प्रभात ।
        सपनों का इन्द्र धनुष ले कर,
        मेघ गगन पर छाएंगे ।
         बारिश की नई फुहारों से,
           फिर धरा में अंकुर जागेंगे ।
           खुशियों के दीप जलाने को,
     नई सुबह फिर आएगी,
      आशा की किरणें लाएगी ।
             सम्बल नव जीवन देने को,
           प्राणवायु सबमें भरने को ।
           अपनत्व पगा नेह बढ़ाने को,
          नव जीवन गंगा बहाने को।
      नई सुबह फिर आये गी ,
        आशा की किरणें लाएगी ।
               डॉ अर्चना प्रकाश 
                लखनऊ ।

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