मन्शा शुक्ला

परम पावन मंच का सादर नमन


प्रेम नेह जिनके मन माही।
उपजे तह विश्वास सदा ही।।

करो काज धर  मन विश्वासा
पूरण करे प्रभु सब आशा।।

गुरु चरणन सेवहुँ चितलायी।
धर विश्वास  हृदयमें  भाई।

है पुनीत  कर्म  सेवकाई।
अरज  सुनेगें  श्री  रघुराई।।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मन्शा शुक्ला

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अखिल विश्व काव्यरंगोली परिवार में आप का स्वागत है सीधे जुड़ने हेतु सम्पर्क करें 9919256950, 9450433511