एस के कपूर श्री* *हंस।बरेली।*

*उम्र भी हार जाती है।।*
*मुक्तक।*


हराना है उम्र को तो  हमेशा
शौक  जिंदा  रखो।


सबके  लिए  तारीफ   और
निंदा    कम   रखो।।


जिन्दगी जियो कुछ अंदाज़
और नज़र अंदाज़ से।


सपने देखो  ऊँचे आसमान 
के मन  परिंदा  रखो।।


*रचयिता।  एस के कपूर श्री*
*हंस।बरेली।*
मो                9897071046
                    8218685464


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