*विविध हाइकू।।।।।*
इज़्ज़त देता
सबका प्रिय बने
इज़्ज़त लेता
शब्द हैं खास
बोलते हैं खराब
करें उदास
कठिन श्रम
सही आय का मार्ग
ईमान धर्म
मौका दस्तूर
सोच समझ देख के
बोलो जरूर
बनना ऐसे
दर्द में सकूं मिले
बनना वैसे
अधूरी दास्ताँ
भूलती नहीं कभी
मिटे न निशां
मेहरबां हो
भावना. संवेदना
जो हो सके दो
मकां से घर
जरूरी नहीं ज्यादा
प्यार हो पर
बात निकली
दूर तलक जाये
जुबां फिसली
रिश्ते निभायो
पानी सर ऊपर
दूर हो जायो
*रचयिता।एस के कपूर*
*श्री हंस।बरेली।*
मो 9897071046
8218685464
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