"कोरोना से बच निकलो"
(वीर छंद)
कोरोना से जो बच जाय, समझो वह इंसान चतुर है.,
जो इसको हलके में लेत, फँस जाना है उसे सुनिश्चित.,
तन को मन को दिल को साफ,करो घरेलू अन्य वस्तुएँ.,
गन्दी चीजों गन्दे लोग, से संपर्क तोड़ दो प्यारे.,
अलग-थलग मेँ कर विश्वास, सामाजिक दूरी आवश्यक.,
कोरोना की तोड़ो रीढ़, इसका चेन विखण्डित कर दो.,
इक्कीस दिन का है यह रोग, इतने में वह मर जायेगा.,
संयम से ही रहना सीख, और रखो चिन्तन को पावन.,
खुद को रखो सदैव प्रसन्न, नाचो गाओ हंसो खुश रहो.,
कर मनरंजन घर में बैठ, यही सिनेमा हाल सुन्दरम.,
घर के लोगों से कर बात, सदा मस्त रह मेरे दोस्तों.,
ईश्वर को ही जपना मित्र, धर्म ग्रन्थ को पढ़ते रहना.,
धूप दीप का करो प्रयोग, करो सुगन्धित कोना-कोना.,
कोरोना के भय को भूल, मन में हो उत्साह निरन्तर.,
आशा को ही जीवन मान, सतत प्रफुल्लित रहे जिन्दगी।
नमस्ते हरिहरपुर से---
डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801
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