नमस्ते जयपुर से - डॉ. निशा माथुर

सोजत सू मँगवाई मेहंदी,प्रेम शीला बटवाई जी,
इन मेहंदी की महक सू महके,म्हारो यो घरवार जी
मनन्डा रा मोती नैना री ज्योति,साहिब चितचोर जी
घूँघट में जो चाँद छिपो हैं,उकी नायरी बात जी
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व्रत गणगौर का है बहुत ही मधुर प्यार का,दिल की श्रद्धा और सच्चे विश्वास का!
माँ पार्वती आप पर अपनी कृपा हमेशा बनाए रखे,आपको गणगौर की हार्दिक शुभकामनायें!💐💐💐💐🌹🌹🌹🌹💃💃💃💃💃🥀🥀🌺🌸🌷🌼🌻
नमस्ते जयपुर से - डॉ. निशा माथुर🙏🙂


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