विवेक दुबे"निश्चल

20 जवानों के बलिदानो को व्यर्थ नही तुम जाने देना ।


अब भारत के अंदर चीनी समान नही तुम आने देना ।


दे सच्ची श्रद्धांजलि वीर अमर शहीदों को , 


 अब ड्रेगन को कोई मुनाफ़ा हमसे नही पाने देना ।


शपथ करे भारत माता की अपने सम्मानों की खातिर ,


ड्रेगन की कम्पनियों को अब और नही खाने देना ।


न लाएगा न बेचेंगा कुछ भी कोई हम में से ,


अब अपनो को ही हमको आगे आने देना ।


....विवेक दुबे"निश्चल"@...


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