आओ सब मिलजुल एकता के गीत गाएं,
सुख,शांति,शुचिता की सरिता बहाए हम ।
ममता की ज्योति जला, प्यार दिलो में उगाए,
फलती समाज की दरार को मिटाए हम ।
प्रगति की गति कहीं धीमी नही पड़ जाए,
सोए देश प्रेमियों की चेतना जगाए हम ।
हिदू,हिंदी,हिंदुस्तान पहचान अपनी है,
सारे जग में हिंदी का ही,अलख जगाये हम ।।
डॉ शिव शरण श्रीवास्तव "अमल,"
बिलासपुर CG
9424192318
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