नूतन लाल साहू

हिंदी दिवस


अश्विन माह, पितृ पक्ष


आज हिंदी दिवस है


याद कर लें,साहित्य जगत के


सूरज चांद सितारों को


एक दिन तुम भी मुस्कुराओगे


असफलता एक चुनौती है


इसे तुम स्वीकार कर लो


जब तक सफल न हो तुम


नींद और चैन को त्याग दो


संघर्ष के मैदान को छोड़कर


तुम कहीं मत भागो


क्योंकि कुछ किये,बिना


जय जयकार, नहीं होती


और कोशिश करने वालों की


कभी हार नहीं होती है


अश्विन माह,पितृ पक्ष


आज हिंदी दिवस है


लाख दलदल हो


अपना पैर, जमाये रखिये


अगर हाथ खाली हो तो


हाथ ऊपर उठाये रखिये


कौन कहता है कि,चलनी में पानी नहीं रुकता


सिर्फ और सिर्फ


बर्फ जमने तक,हौसला बनाये रखिये


सीख लो,छोटी सी चिड़िया से


तिनका तिनका उठाकर


मजबूत घोसला,बना लेती हैं


तुम तो,ज्ञान का भंडार हो


सफलता एक दिन,कदम चूमेगी


अश्विन माह,पितृ पक्ष


आज हिंदी दिवस है


भारतवासियों की पहचान है,हिंदी


भारत माता की शान है,हिंदी


हिंदी से हिंदुस्तान बना है


सूरदास तुलसीदास केशवदास और


मीरा निराला,कबीरदास प्रेमचंद को


हिंदी ने ही,महान बना दिया है


अश्विन माह,पितृ पक्ष


आज हिंदी दिवस है


नूतन लाल साहू


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