हिंदी में बिंदी का भैया,
रखना हरदम ध्यान।
वरना हिंदी का होगा,
सच मानो अपमान।
"कद" पर बिंदी डाल दिया तो,
हो जाएगा "कंद"।
फिर तो सारे लोग कहेंगे,
है बिल्कुल मतिमंद।
यही हाल है "रग" का भैया,
हो जाएगा "रंग"।
अगर पड़ी बिंदी "जग" पर तो,
होनी ही है "जंग"।
ऐसे शब्द बहुत हैं भाई,
जिनके बदलें अर्थ।
गलत जगह बिंदी मत डालो,
होगा बहुत अनर्थ।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अखिल विश्व काव्यरंगोली परिवार में आप का स्वागत है सीधे जुड़ने हेतु सम्पर्क करें 9919256950, 9450433511