डॉ. राम कुमार झा निकुंज

 दिनांकः ०८.०१.२०२१

दिवसः शुक्रवार

विधाः गीत

विषयः राजीव

शीर्षकः राजीव


फूलों    का  सरताज  कमल    यह,

सरसिज      सुन्दर     चंद्रहार    है।

पंकिल    पंकज  मुख सरोज  सम,

पद्मासन     राजीव      नयन     हैं।


पुण्डरीकाक्ष     पुण्डरीक   सरसि,

प्रजापति    जगत     पद्मनाभ   हैं।

कमलनयन   प्रभु   जगन्नाथ   हरि,

अरविन्द   मनोहर    चारु चरण हैं।


श्वेत   वसन तनु   शुभ्र  कमल दल,

वाग्वादिनी        श्वेताम्बुज        है।

सलिल   सरोवर    सुष्मित सरोज,

शारंग   हाथ   हरि    लक्ष्मीश्वर  है। 


गजराज।   मोक्ष  कारण   सरोज,

हरिभक्त      शक्ति  नीलकमल है।

राजीवनयन   सियराम       युगल,

चारु    वदन   सिय  चन्द्रकमल है।  


ललित कलित कमलासन कमला,

कली कुसुमित सुरभि नवला     है।

मधु  माधव   मधुकान्त    मनोहर,

मान सरोवर     श्वेत    कमल    है। 


पद्म      पुरा       पद्मासन    पद्मा,   

शरदाम्भोज       वदनाम्बुज      है।

पद्मनाभ    विधिलेख    ब्रह्म   प्रिय,

चतुर्वेदज्ञा       ज्ञान       अम्ब   है।


भव्य     मनोहर    राजीव   कुसुम,

चारु    रूप      बहुरंग   कमल  है।

रस पराग    गुंज   मकरन्द   मधुप,

ऋतुराज    मुदित  लखि सरोज है।


प्रियतम  सजनी    उपहार    मधुर,

अनुराग   हृदय    चारु   कमल  है।

अभिनंदन नित स्वागतार्थ  अतिथि,

मृदुल   खिला  राजीव   कुसुम  है। 


अपनापन    नित    राजीव    पुष्प,

शुभ     वर्धापन   मंगलमय       है।

अरुणाभ  खिला  चहुँ  दिशा  गन्ध,

देवों    के  शिर   चिर   शोभित   है।


कवि✍️डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"

रचनाः मौलिक (स्वरचित)

नई दिल्ली

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