निर्मल जैन नीर

कोटि वंदन~


अमर शहीदों को


कोटि नमन


-


जय जवान~


राष्ट्र हित लुटाते


अपनी जान


-


राष्ट्र ही शक्ति~


कूट-कूट के भरी


राष्ट्र की भक्ति


-


देश महान~


तिरंगे में लिपटा


वीर जवान


-


राष्ट्र की शान~


करते प्राणोत्सर्ग


बढ़ाते मान


-


एक ही आशा~


अखण्डित हो देश


है अभिलाषा


-


देश है न्यारा~


विश्व पटल पर


तिरंगा प्यारा


-


-----------------------------


      निर्मल जैन 'नीर'


   ऋषभदेव/राजस्थान


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अखिल विश्व काव्यरंगोली परिवार में आप का स्वागत है सीधे जुड़ने हेतु सम्पर्क करें 9919256950, 9450433511