अतिवीर जैन,पराग,मेरठ लघुकथा शन्नो

डाक्टर शन्नो :-(बाल कथा )
तीन साल की शन्नो बोलना सीख गयी तो सारा घर परेशान हो गया.शन्नो हर समय अपनी अम्मा (दादी )और दादू के साथ खेलती,उनका मन लगाकर रखती,बड़ी बड़ी बाते करती.दादू उसके लिये डाक्टर सेट ले आये.अब तो शन्नो ने सबको मरीज बना दिया,गले में आला लगाकर कभी अम्मा को कभी दादू को या अपने पापा मम्मी को चेक करती.आला लगाकर देखती शन्नो डाक्टर है लेट जाओ,जिब निकालो,साँस लो,आदि आदि.चेक करने के बाद कहती लेट जाओ अब शन्नो टुच (इंजेक्शन )करेगी.कोई पूछता की तो कहती शन्नो बड़ी होकर डाक्टर बनेगी. स्वरचित,अतिवीर जैन,पराग,मेरठ


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