कुमार कारनिक

*******
🌞सुबह🙏🏼सबेरे🌞
      """"""'''''""""""""
  मनहरण घनाक्षरी
 *पोलियो अभियान*
  """""""""""""""""""""""'"
         💧🍼
है  पोलियो  अभियान,
बच्चों  पर  कर  ध्यान,
नही   कर   अभिमान,
       खुराक दिलाइये।
💧🍼
है  दो   बूंद   हर  बार,
जीत    हो   बरकरार,
रहों    जी    खबरदार,
       दो बूंद पिलाइये।
🍼💧
चार  चरण   साल  में,
पिलाएं   हर  हाल  में,
हां होगें  खुशहाल  में,
        जीवन बचाइये।
💧🍼
ये दिन  भूल  न  जाएं,
जीवन को खो न पाएं,
चलो पोलियो  मिटाएं,
         कदम उठाइये।


 


*कुमार🙏🏼कारनिक*
 (छाल, रायगढ़, छग)
 ©®१८११/१८
                 *******


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...