सोनू जैन मन्दसौर
मोहब्बत
मोहब्बत कभी किसी की नाकाम न हो,
मोहब्बत किसी की चौराहे पर बदनाम न हो।
मोहब्बत की राह नही कोई आसान हम सब जानते है,,
मग़र मोहब्बत में किसी पर कोई तोहमतें इल्जाम न हो।✍✍✍✍😊😊
*सोनू जैन मन्दसौर की कलम से स्वरचित मौलिक*
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी के दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...
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