शेर सिंह सर्राफ शेर की कविताए... रक्त शिराओ मे भर लेना

शेर की कविताए...


रक्त शिराओ मे भर लेना
ज्वाला तुम सम्मान का।
कर्ज चुकाना है भारत के
वीरो के बलिदान का ।


भगवा और तिरंगा दोनो, 
साथ चले तो क्या होगा ।
धर्म राष्ट्र का मूल मंत्र तो,  
पीढी  को  देना  होगा ।


शेर सिंह सर्राफ


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...