एस के कपूर श्री हंस* *बरेली

*आह और  वाह।।।।।।।।।।।*
*।।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।*


गति  ओ  प्रवाह    का   दूसरा
नाम ही तो जीवन है।


सहयोग ओ परवाह का दूसरा
नाम ही तो जीवन है।।


कर्म की धारा और  विवेक की
पतवार मिल कर चले।


आह और    वाह    का  दूसरा
नाम ही तो   जीवन है।।


*रचयिता।।।।एस के कपूर श्री हंस*
*बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*
मोब   9897071046।।।।।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।।।।।


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