नमस्ते जयपुर से--डॉ निशा माथुर

सप्ताह की सप्तक सुनाता सोमवार सुमधुर
स्वर्णिम सविता भी सोने सी खिली सुदूर
सुमन सुवासित सज रहे सुरम्य सुहावनी सुभोर
स्वागत करो सोम का शंकरसुवन शिव चहुँ ओर।


सोमवार का शुभ शुभ वंदन, सुअभिनंदन, आप सभी का आज का दिन सफल, सुमंगल, सुमधुर ,सकून वाला हो। 🙏🙏🙏🙏💐💐💐🌹🌹🌹🌹🐻🐻🐻🐻हैप्पी टेडी डे
नमस्ते जयपुर से--डॉ निशा माथुर🙏😄


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...