निधि मद्धेशिया कानपुर

वेब पेज पर प्रकाशनार्थ


 


घर-आँगन सूना कर विदा हुई बिटियाँ
न हटाओ घोंसला कहाँ जाएँगी चिरिया
नइहर-पीहर के लिए करेंगी प्रार्थना
बदली जलवायु, दर बदला, बदली गुड़िया।


5:35
16/2/2020
निधि मद्धेशिया
कानपुर
उत्तर प्रदेश
भारत


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...