नूतन लाल साहू

माघी पुन्नी
चल संगी मेला,देखे बर जाबो
महादेव के दर्शन, ल पाबो
माघ पुन्नी,सुग्घर परब तिहार
संगम मा, डुबकी लगा बो
चल संगी मेला,देखे बर जाबो
धथुरा, फुड़हर के संग म
नरियर, बेलपतरी चढ़ाबो
अपन जिंनगी ल सुफल बनाबो
चल संगी,मेला देखे बर जाबो
महादेव के दर्शन,ल पाबो
ज्ञानम, शिलं,शिवम् सुंदरम
भक्तन के,हितकारी है
वेद शास्त्र, पुराण से ऊपर
जिनकी महिमा न्यारी है
चल संगी मेला,देखे बर जाबो
महादेव के दर्शन,ल पाबो
माथे में चंदा, जटा में गंगा
हर हर बोले,हर कोई बंदा
ये भोला के चोला ह
मोह डारे गा, अडबड़ मोला
चल संगी मेला,देखे बर जाबो
महादेव के दर्शन,ल पाबो
हमू ल तय ह, तार लेबे
जइसन सब ल तारे
तोर शक्ति के आगे भोला
सब के शक्ति ह हारे
दुर दुर ले आयेन भोला
तोर मंदिर के द्वारे
दर्शन तय ह दिखा देबे
जय जय होय तुम्हारे
चल संगी मेला,देखे बर जाबो
महादेव के दर्शन,ल पाबो
नूतन लाल साहू


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...