श्याम कुँवर भारती  बोकारो झारखंड

भोजपुरी होली -सिमवा पर गोली दागे 
साइया भईले पहरेदार 
सिमवा पर गोली दागे |
हमरो जवनिया दरदिया ना बुझे ,
देशवा के आगे उनके कुछउ न सूझे |
गावे लोगवा फगुआ लहरेदार 
सिमवा पर गोली दागे |
गवना कराई सइया,पलटनिया बनी गइले ,
आई गइले फागुन साजन नथुनीया भूली गईले|
बहे फगुनी बयार,छ्छ्ने जियरा हमार ,
सिमवा पर गोली दागे |
सखिया सहेली लरकोर हो गईली |
जोहत सजनवा अंगनवा भोर हो गईली | 
मारी दुशमनवा भगावा सीमापार ,
सिमवा पर गोली दागे |
श्याम कुँवर भारती 
बोकारो झारखंड


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...