। डॉ. सुचिता अग्रवाल 'सुचिसंदीप' तिनसुकिया, आसाम

होली की शुभकामनाओं के साथ - *आज का सुविचार*


मंगल हो काज सारे, खुशियों के रंग डारे
प्रीत का संदेशा देने,आयी होली आयी है।
अपनों से प्रेम बढ़े,मुख मुस्कान चढ़े
राग,द्वेष,क्रोध,लोभ,अगन लगायी है।
हर घर बृज धाम,कृष्ण कहीं बलराम
श्याम संग खेलने को,राधा रंग लायी है।
फगुआ की छटा न्यारी,लगे धरा बड़ी प्यारी
प्रीत का त्योंहार होली,सबको ही भायी है ।


डॉ. सुचिता अग्रवाल 'सुचिसंदीप'
तिनसुकिया, आसाम


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