हलधर

आज के दोहे 
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1-
मुल्लों की करतूत से ,खतरे में आवाम ।
दोष दूर होगा तभी , जागे जब इस्लाम ।।
2-
खुद की हत्या कर रहा , मुल्लों का इस्लाम ।
ए के छप्पन दे रही ,सरियत के पैगाम ।।
3-
अल्ला के इस्लाम में ,निराकार प्रभु भाव ।
मुल्लों ने इसमें भरे ,क्यों खूनी अलगाव ।।
4-
मस्जिद में विस्फोट कर , बना रहे शमशान ।
हाल सीरिया देख कर , रोने लगी कुरान ।।
5-
ईश्वर से संवाद की , राह एक बैराग्य ।
मानव होना भाग्य है ,कवि होना सौभाग्य ।।


हलधर


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