कालिका प्रसाद सेमवाल

🙏🌹नव संकल्प🌹🙏
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जीवन में कुछ करना है तो
नये नये संकल्प लेने होंगे,
नयी-नयी आशायें
नव स्वप्न हम रोज बुन चलें
नयी -नयी धारायें।
केवल अपने लिए नहीं है।
अपना यह जीवन
देश, राष्ट्र की सेवा में हो
अर्पित यह तन-मन।
जूठन की ढेर में
चावल के दाने को ढूंढती
नन्हीं-नन्हीं उंगलियां।
सूखती अंतड़ियों के लिए भी
जीवन में कुछ करना  होगा,
संवेदनशील होना ही होगा।
जीवन अतीत के क्षण की थाती है
भावी के सपनों की दीपक बाती है,
सबके प्रति प्रेम, दयाभाव ही जीवन है।
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🏵🔔कालिका प्रसाद सेमवाल
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