कालिका प्रसाद सेमवाल मानस सदन अपर बाजार रूद्रप्रयाग उत्तराखंड

हे मां महाकाली मैं नित्य वन्दना तेरी करूं
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हे मां महाकाली मैं नित्य वन्दना तेरी करूं,
तुम ही शुम्भ-निशुम्भ संहारे हो,
तुम ही जग की माता हो,
तुम ही सब की रक्षक हो,


जीवन के सूने पन में मां,
मधुमास तुम्ही तो लाती हो,
मधु  कैटभ दोउ संहारे तुम हो,
शत बार नमन तुमको करता हूं,


हम तिमिर से घिर गए मां,
तुम हमें प्रकाश दो मां,
अवसादों से कभी न  विचलित हो,
हर भारतीय को ताकत दे मां।


हे मां महाकाली मैं नित्य वन्दना तेरी करूं,
तुम ही महिषासुर संहारे हो,
चित्त में शुचिता भरो, कर्म में सत्कर्म दो,
नित्य वन्दना तेरी करूं ऐसी विमल मति दे मां।
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कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग उत्तराखंड


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