नमस्ते जयपुर से- डॉ निशा माथुर

पलक झपकते ही कैसे, फिर से आ गया है संडे।
झटपट  झटपट अब देखो आ भी जाएगा मंडे।
झूमो नाचों, खुशी मनाओ,दिल खोल के भंगड़ा पाओ,
मीठी सी झपकी,जादू की झप्पी और अपनों संग हो फन डे।


तो अपने और अपने संग मनाइये संडे और राँधा पुआ बनाइये और मनाइए फन डे!


आपका आज का दिन बहुत सुखद, सकून वाला,आरामदायक  हो इसी शुभकामनाओं के साथ💐💐💐💐🌹🌹🌹🌹💃💃💃💃🙏🙏🙏🙏
नमस्ते जयपुर से- डॉ निशा माथुर 🙏💐😃


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...