निशा"अतुल्य"

हाल ए दिल
20.3.2020



हाल ए दिल क्या सुनाऊं तुम्हें
कोरोना का हाल समझाऊं तुम्हें
मांसाहार त्याग दो अब तो 
शाकाहार अपनाओ ये बताऊं तुम्हें।


डर डर कर जी रहें हैं सभी यहाँ
महामारी कोरोना है ये बताऊं तुम्हें।


हाथ धोना है बार बार सब को सुनो
घर से बाहर नहीं जाना ये बताऊं तुम्हें।


टूटेगी चैन विषाणु की तब ही 
नहीं मिलेगा गर कोई नया इंसान उसे।


रहो सुरक्षित करो सुरक्षित सबको
हराना कोरोना को है ये बताऊं तुम्हें।


हाल ए दिल नासमझ है बहुत
याद बार बार ये ही दिलाऊं तुम्हें।


स्वरचित
निशा"अतुल्य"


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