नूतन लाल साहू

होली हे
कइसे जावव,कन्हैया के पास
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
राधा हावय,ललिता हावय
लता अउ,विशाखा हावय
सखा हावय,सहेली हावय
भीड़ हावय, अपार
कइसे लगाहु, मय गुलाल
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
कइसे जावव,कन्हैया के पास
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
वन वन ला खोजेव, मय
घर घर खोजेव
खोजत हव,गली खोर द्वार
कइसे लगाहू, मय गुलाल
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
कइसे लगाहू, मय गुलाल
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
कइसे जावव,कन्हैया के पास
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
राधा हावय,ललिता हावय
लता अउ,विशाखा हावय
सखा हावय,सहेली हावय
भीड़ हावय,अपार
कइसे लगाहू, मय गुलाल
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
कइसे जावव,कन्हैया के पास
उड़त हावय,रंग अउ गुलाल
नूतन लाल साहू


 


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल

गीत- दिन से क्या घबराना दिन तो आते जाते हैं....... चुप्पी  के   दिन खुशियों के दिन भीगे सपनों की बूंदों के दिन, आते जाते हैं, दि...